Faculty Development Programme on 12th January 2020

गीता इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ मैं प्राध्यापकों ने लिया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का लाभ।
समालखा। गीता इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ मैं रविवार को एक दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गीता लॉ कॉलेज के साथ-साथ देशभर से अनेक शोधार्थी व प्राध्यापकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बतौर प्रशिक्षक पहुंचे प्रोफेसर मोहम्मद अफजल वानी, पूर्व निदेशक यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ लॉ इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली व प्रोफेसर वीके आहूजा, प्रोफेसर इंचार्ज लॉ सेंटर II दिल्ली यूनिवर्सिटी का इंस्टिट्यूट के वाइस चेयरमैन निशांत बंसल, कॉलेज के डीन डॉ. धर्मेंद्र पटियाल, व रजिस्ट्रार डॉ. सुभाष मित्तल ने फूल भेंट कर स्वागत किया। कॉलेज के डीन डॉ. धर्मेंद्र पटियाल के दिशा निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम मैं मंच संचालन प्राधापिका साक्षी गुप्ता ने किया। बतौर मुख्य अतिथि एवं प्रशिक्षक मौजूद रहे प्रोफेसर अफजल वानी ने अध्यापकों को इनोवेटिव स्किल्स इन टीचिंग के विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। प्रोफेसर वानी ने कहा कि शिक्षकों को मौजूदा जानकारी को इनोवेटिव तरीके से छात्रों के समक्ष प्रस्तुत करना चाहिए जिससे कि छात्रों के तार्किक क्षमता में वृद्धि हो सके। प्रोफेसर वाणी ने कहा के प्राध्यापकों पर राष्ट्र निर्माण की एक बड़ी जिम्मेदारी है जिसके लिए हमें छात्रों को न सिर्फ किताबी ज्ञान देना है बल्कि हर संभव नए प्रयोगों तथा इनोवेटिव तरीको को प्रयोग करते हुए इसे प्राप्त करना है। वहीं प्रोफेसर वीके आहूजा ने क्लासरूम मैनेजमेंट के विषय में बताया। इस विषय पर बोलते हुए प्रोफेसर आहूजा ने कहा कि अध्यापको को अपने लेक्चर को तैयार करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है जिसमे मुख्य रूप से विषय निर्धारण, विषय की रूप रेखा क्लास समाप्ति से पहले विषय का निष्कर्ष बताना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर आहूजा ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किये। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्था के वाइस चेयरमैन निशांत बंसल ने सभी प्राध्यापकों को बधाई दी।